ओम शांति।
स्वयं को कुछ पलों के लिए आस-पास चल रहे उतार-चढ़ाव के माहौल से अलग करें।
पूरी तरह अलग हो जाएँ। महसूस करें। मेरे ऊपर आकाश से एक बहुत सुंदर प्रकाश इस धरती पर बिल्कुल मेरे सामने आ गया है। यह सुप्रीम लाइट सर्वशक्तिमान परम पिता परमात्मा शिव की है।
महसूस करें इस प्रकाश को, जो मेरे अंदर में अनंत शक्तियाँ भर रहा है।
मेरे अंदर की कमज़ोरियाँ और कमियाँ दूर हो रही हैं।अंदर का अंधकार प्रकाश का रूप ले रहा है। मैं इन शक्तियों को स्वयं में समा रहा हूँ। इन शक्तियों को स्वीकार कर रहा हूँ।
मैं शक्तिशाली हूँ। मैं शक्ति स्वरूप हूँ।












