कुछ पल के लिए अपनी सांसों को महसूस करें। टीवी के इमेजेस अभी भी मन में चल रहे हैं। लोग रो रहे हैं। शरीर जल रहे हैं, घर टूट रहे हैं, मन में प्रश्न है कि इतना दुख क्यों है इस दुनिया में? अब धीरे से अपनी सांस लेते हुए महसूस करें। हर सांस के साथ एक नई शक्ति मेरे अंदर जा रही है और हर exhale के साथ अंदर का सारा दुख भारीपन हल्का हो रहा है। जैसे मिट्टी को कुरेदने से नया बीज डलता है। ऐसे ही इस दुनिया को बदलने के लिए नई शुरुआत करने के लिए संसार में तेजी से परिवर्तन हो रहा है। इसलिए हर तरफ सब कुछ टूटता हुआ नजर आ रहा है। यह समय हमें जागरूक करा रहा है कि जो कुछ इन आंखों से हमें दिखाई दे रहा है, वह सब विनाशी है, temporary (टेंपरेरी) है, इसलिए इन पर आधारित खुशी भी सदा नहीं नहीं रह सकती। हमें नया सवेरा लाना है। इसलिए अपने मन के अंधकार को दूर करना है। सत्य की रोशनी में इस परिवर्तन को देखना है। हर event (इवेंट) हमारे लिए एक लेसन लेकर आता है। ताकि हम अपने true unlimited potential (ट्रू अनलिमिटेड पोटेंशियल) को रियलाइज करें। इस संसार के खेल का क्रिएटर वह सुप्रीम पावर है।
इसलिए, हम सब का कल्याण निश्चित है। I have to trust the process and be a silent observer (आई हैव टू ट्रस्ट द प्रोसेस एंड बी अ साइलेंट ऑब्जर्वर)। मैं महसूस कर रहा हूं कि आसमान के पार से बहुत दूर से सत्य ज्ञान का प्रकाश मेरे मस्तक में समा रहा है और मुझे enlighten (एनलाइटन) कर रहा है। मेरे द्वारा सारे विश्व में हर मनुष्य पर सत्य का प्रकाश पहुंच रहा है। इस सत्य के प्रकाश में सारा विश्व शांत हो रहा है। सुख का अनुभव कर रहा है। और मैं भी यह महसूस कर रहा हूं। जो कुछ भी देखने में आ रहा है, उन सब के पीछे भी एक परिवर्तन की प्रक्रिया है, जिसमें finally (फाइनली) सब कुछ अच्छा हो ही जाएगा।
I trust the Supreme Power (आई ट्रस्ट द सुप्रीम पावर)।
I trust His ways (आई ट्रस्ट हिज़ वेस)।
I trust nature (आई ट्रस्ट नेचर)।
Om Shanti (ओम शांति)।














