ओम शांति
कंफर्टेबल होकर बैठे अपने आप को चारों तरफ से डिटैच करके प्रेजेंट मोमेंट में आ जाए और अगर इस समय जीवन में कोई भी परिस्थिति है चैलेंज है उसको न्यारे होकर देखे परिस्थिति बाहर से आती है हमारा उसके ऊपर कोई कंट्रोल नहीं है परिस्थिति का चिंतन करने के बजाय कारण का चिंतन करने के बजाय निवारण ढूंढे अपने से पूछे अब आगे क्या करना है प्रश्नचित आत्मा कभी प्रसन्न नहीं हो सकती इसलिए ये सोचने के बजाय मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ उस सीन को एक्सेप्ट करके उससे घबराने के बजाय उसका सामना करे जीवन की हर सीन कुछ सिखाने आती है अनुभवी बनाती है उसे तूफान नहीं समझे वो तो एक तोहफा है जो हमे और शक्तिशाली बनाता है अपने को याद दिलाए मै एक शक्तिशाली आत्मा हु मै किसी भी परस्थिति का सामना कर सकती हु पहाड़ जैसी बात भी मेरे लिए राई है कोई बात बड़ी नही है बाते तो आती है और चले जाती है लेकिन कोई भी बात मेरी खुशी लेकर न जाए और मै अकेली थोड़ी न हु मेरा साथी सर्वशक्तिमान परमात्मा है इसलिए मेरी विजय निश्चित है मै विजई आत्मा हु सफलता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है इसलिए आज अगर कोई भी परिस्थिति है उसको एक्सेप्ट करे उसका सामना करे और जीवन में आगे बढ़े
ओम शांति















