ओम शांति !
कुछ क्षण के लिए.. चलिए चलते हैं रूहानी यात्रा पर.. और करते हैं मनसा सेवा.. विश्व की उन सभी आत्माओं को.. जिनको हमारी जरूरत है.. परमात्मा शक्तियों की आवश्यकता है..
अनुभव करें -कि मैं एक चमकता हुआ सितारा.. स्थूल शरीर का मालिक.. चैतन्य शक्ति आत्मा हूं.. मैं आत्मा चलती हूं अपनी रूहानी दुनिया में.. जहां मेरे पिता परमात्मा महा ज्योति है.. प्रकाश का पुंज है.. आई द सोल.. गोइंग अपवर्ड्स.. सूर्य चांद तारा गण से भी ऊपर.. हमारा प्यारा घर.. पहुंच जाए वहां पर.. चारों तरफ लाल सुनहरा प्रकाश है.. अनुभव करते हैं.. देखते हैं.. सबसे ऊपर.. प्राण प्यारे पिता परमात्मा.. महा ज्योति चमक रहे हैं.. और उनसे निकलती हुई.. शक्तिशाली किरणें.. मुझ आत्मा के अंदर समा रही है..
शांति की शक्ति.. प्रेम की शक्ति.. आनंद की शक्ति.. इन सर्व शक्तियों से मैं भरपूर होती जा रही हूं.. मैं भरपूर आत्मा.. पिता परमात्मा के साथ.. चलती हूं इस स्थूल संसार की तरफ.. जहां बहुत सारे मेरे ही भाई-बहनों को.. इन शक्तियों की आवश्यकता है..
चलिए.. सूक्ष्म रूप से चलते हैं परमात्मा के साथ.. उन हॉस्पिटलों में.. जहां लोग बीमारी से तड़प रहे हैं.. देखें उन लोगों को अपने सामने.. इन्हें हमारी शक्तियों की आवश्यकता है.. हमसे निकलती हुई हीलिंग एनर्जी.. प्यूरिटी का पावर.. उन सभी बीमार आत्माओं को हील कर रहा है.. स्वास्थ्य प्रदान कर रहा है.. संसार की जितनी भी आत्माएं.. शारीरिक पीड़ा से.. पीड़ित है.. उन सब की पीड़ा दूर हो रही है.. मुझ आत्मा की शक्ति.. संसार की सर्व बीमारियों को खत्म कर रही है.. परमात्मा की शक्तियां उनके साथ है ! देखते हैं उन लोगों को.. जिनका कोई नहीं है.. छोटे बच्चे जिन्होंने अपने मां-बाप को खो दिया है.. बूढ़े जिनका ख्याल रखने के लिए शायद कोई नहीं है..
उन सभी आत्माओं को.. आज मैं आत्मा.. परमात्मा के साथ.. शांति और प्रेम की शक्ति का... दान देती हूं.. यह सभी आत्माएं.. परमात्मा की शक्तियों के अंदर.. सुरक्षित और शांत है.. संसार की हर आत्मा.. परमात्मा की शक्तियों की गोदी में सुरक्षित है ! देखिए.. हर परिवार के ऊपर परमात्मा की शक्तियों की छत्र छाया है.. एक-एक परिवार.. परमात्मा की पालना में पल रहा है.. अब कोई दुखी नहीं.. कोई असुरक्षित नहीं.. हर चेहरे पर मुस्कान.. और आनंद की झलक है..
परमात्मा की ब्लेसिंग्स.. और पावर्स हर मनुष्य आत्माओं के साथ है.. हर आत्मा.. परमात्मा की शक्तियों के छाते के नीचे.. बिल्कुल सुरक्षित शांत है.. सब कुछ ठीक हो रहा है..
यह संसार पुनः स्वर्ग बन रहा है !
चारों तरफ.. शांति.. सुख और प्रेम का वायुमंडल है..
ओम शांति शांति, शांति















