ओम शांति !
अपने मन को एक संकल्प देते हैं.. मैं श्रेष्ठ आत्मा हूं.. आई एम मास्टर ऑफ टाइम ! मैं.. मालिक आत्मा हूं.. मैं किसी के अधीन नहीं.. समय मेरी रचना है.. मेरे जीवन का हर क्षण.. हर पल.. अत्यंत श्रेष्ठ है.. क्योंकि परमात्मा मेरे साथ है !
आने वाला भविष्य.. आने वाला हर पल.. मेरे जीवन का.. आने वाला हर क्षण.. बहुत ही सुंदर है.. मैं.. समय को बदलने की शक्ति रखती हूं.. मुझे आत्मा की.. श्रेष्ठ वृत्ति.. संसार के कली काल को परिवर्तित कर रही है.. मैं श्रेष्ठ आत्मा हूं !
मेरे मन की शुभ भावना.. वाणी की मधुरता.. और कर्म की श्रेष्ठता.. संसार के काल चक्र को.. बदल रही है.. मेरा गुजरा हुआ समय .. बहुत अच्छा था.. जो भी हुआ.. अच्छा हुआ.. मेरा वर्तमान भी बहुत अच्छा है.. और आने वाला भविष्य तो.. बहुत ही अच्छा है !
मैं आत्मा.. कलयुग के समय को बदल.. सतयुग के श्रेष्ठ समय को लाने वाली.. श्रेष्ठ आत्मा हूं !
ओम शांति, शांति, शांति !

















